जिनगी सरहा पताल होंगे, तोर मया जी के जंजाल होंगे
छुटगे जम्मो संगी-संगवारी,घर म घलो बारा हाल होंगे
नई बांचव मय ह हाय दादा, ये बोकरा फोकट हलाल होंगे
उत्ती बुड़तीरातदिन तोर सुरता, हिरदे म ये का भूचाल होंगे
जबरन मय देखेव तोर सपना, गाँव भर म फोकट बवाल होंगे
सिरतोन कहत हौ जेन मया म लुटगे, प्रसाद उही ह मालामाल होंगे
जेन दिन बिहिनियां ओला देखव, मोर बर उही नवा साल होंगे