रिसा जबे मोरले परभि तोला मना लेहुं
दुरिहा चल देबे तिहा ले अपन तिर बुला लेहुं
मया के दुख पीरा ल उहि मनखे समझथे
जे मया के आसरा म जिनगी ल बिता देथे
दुरिहा चल देबे तिहा ले अपन तिर बुला लेहुं
मया के दुख पीरा ल उहि मनखे समझथे
जे मया के आसरा म जिनगी ल बिता देथे
मयारुक छत्तीसगढ़िया
भानू राज
भानू राज