रिसा जबे मोरले परभि तोला मना लेहुं

  रिसा जबे मोरले परभि तोला मना लेहुं दुरिहा चल देबे तिहा ले अपन तिर बुला लेहुं मया के दुख पीरा ल उहि मनखे समझथे जे मया के आसरा म जिनगी ल ... thumbnail 1 summary
रिसा जबे मोरले परभि तोला मना लेहुं
दुरिहा चल देबे तिहा ले अपन तिर बुला लेहुं
मया के दुख पीरा ल उहि मनखे समझथे
जे मया के आसरा म जिनगी ल बिता देथे
मयारुक छत्तीसगढ़िया
भानू राज