त्रेता युग ले लेके कलजुग तक
करम ठठाईस महतारी ग
मोहमाया म भुलाके
रोईस दुनियादारी ग
गली गली म घुमय संगी
लईका ल कोरा म रख के नारी
दुख पीरा ल भुला गे
अईसन सुघ्घर हावे हमर महतारी
पढ़े हावव किताब म संगी
अहिल्या,कौशिल्या के नाम ग
ममता मयी महतारी के
बड़ सुघ्घर हावे काम ग
नव महीना ले रखे कोरा म
राखिस हमला जतन के
पांच बरस के होवत ले
दूध पिलाईस अपन तन के
अईसन मां के बेटा बने बर
जग म आईस राम
राम के नाम अमर होगे
जानिस लोगन आम
सब ले सुग्घर सब ले पियारी
अईसन सुघ्घर हावे हमर महतारी