उपास के महत्ता

वईसे तो छत्तीसगढ़ म सबो बरत उपास ल पुरा बिधि बिधान सरद्धधा अऊ बिस्वास से रखे जाथे ओसने जेठउनी मे उपास ल घलो रखथन,  ये उपाय ल रहे के बड़ महत्... thumbnail 1 summary
वईसे तो छत्तीसगढ़ म सबो बरत उपास ल पुरा बिधि बिधान सरद्धधा अऊ बिस्वास से रखे जाथे ओसने जेठउनी मे उपास ल घलो रखथन,
 ये उपाय ल रहे के बड़ महत्व हे वईसे तो जम्मो झन रह सकथे लईका जवान सियान नोनी बहिनी मन फेर हमर बहिनी मन बर बने रहिथे जेन नोनी मन के बाढे उमर म तको बिहाव नई माढहत रथे देखे बर सगा नई आय तेन मन ल जेठउनी के उपास रहना चाही,
 बिहाव म कुछू बाधा हे सब दूर हो जथे,
 ओ बहिनी मन पुरा सरद्धा के संग बिधि बिधान से उपास रहिना चाही,
 बिहनिया ले सुग्घर नहा धो नवा कपड़ा लत्ता पहिर ओढ़ के संझा कुन तुलसी बिहाव ल बने ढंग ले करना चाही अऊ पुजा करे के समय मंडप बने हे तेकर 108 बार चक्कर लगाना चाही येकर से तुलसी मईया के किरपा मिलथे सुग्घर फल मिलथे।