जेन ह दुख म रोवय नइ
मया के फसल बोवय नइ
मुड़ ल कभू नवोवय नइ
मन के मइल ल धोवय नइ
ओहा मनखे नोहय जी।
मया के फसल बोवय नइ
मुड़ ल कभू नवोवय नइ
मन के मइल ल धोवय नइ
ओहा मनखे नोहय जी।
जेन ह जीव के लेवइया ए
भाई भाई ल लड़वइया ए
डहर म कांटा बोवइया ए
गरीब के घर उजरइया ए
ओहा मनखे नोहय जी।
भाई भाई ल लड़वइया ए
डहर म कांटा बोवइया ए
गरीब के घर उजरइया ए
ओहा मनखे नोहय जी।
जेन ह रोवत रोवत मरे हे
भाग ल अगोरत खरे हे
बेमानी के दऊलत धरे हे
जलन के भाव ले भरे हे
ओहा मनखे नोहय जी।
भाग ल अगोरत खरे हे
बेमानी के दऊलत धरे हे
जलन के भाव ले भरे हे
ओहा मनखे नोहय जी।
जेन चारी चुगली करत हे
दाई ददा के घेंच धरत हे
पइया के खातिर मरत हे
आन के सुख म जरत हे
ओहा मनखे नोहय जी।
दाई ददा के घेंच धरत हे
पइया के खातिर मरत हे
आन के सुख म जरत हे
ओहा मनखे नोहय जी।
जेन कभू नइ पतियात हे
अपन ल नइ बतियात हे
लइकामन ल लतियात हे
सीधवा पाके हतियात हे
ओहा मनखे नोहय जी।
अपन ल नइ बतियात हे
लइकामन ल लतियात हे
सीधवा पाके हतियात हे
ओहा मनखे नोहय जी।
जेन दारू गांजा पियत हे
भक्ति सेवा बिन जियत हे
महतारी ल नइ चिन्हत हे
अऊ अब्बड़ खीख नियत हे
ओहा मनखे नोहय जी।
भक्ति सेवा बिन जियत हे
महतारी ल नइ चिन्हत हे
अऊ अब्बड़ खीख नियत हे
ओहा मनखे नोहय जी।