मोर गांव के फूल घलो गोठियाये

मोर गांव के फूल घलो गोठियाये। बड बिहनियां सूरूज नरायन मया के अंजोर बगराये। झुमे नाचे तरियां नदिया फूले कमल मुसकाये। नांगर बईला धर तुतारी मोर... thumbnail 1 summary
मोर गांव के फूल घलो गोठियाये।
बड बिहनियां सूरूज नरायन मया के अंजोर बगराये।
झुमे नाचे तरियां नदिया फूले कमल मुसकाये।
नांगर बईला धर तुतारी मोर किसनहा जाये।
मोर गांव के फूल घलो गोठियाये……
मोगरा फूले लाई बरोबर मोती कस हे चक ले सुघ्घर
कुआं पार बारी महमहाये तनमन ला ये ह सितलाये।
उंच नीच के डोढगा पाट ले अंतस मन ला कर ले उज्जर।
मोर गांव के ……..
गोंदा फूले पिवरा पिवरा पाटी मार खोपा मा खोचे।
चटक चदैंनी अंगना मा बगरें खूंटधर अंगना ह लिपाये।
पैरी बाजे रूनुक झुनूक मोटीयारी टुरी इतराये।
मोर गोव के ……..
दसमत फूले लाली लाली माता के हे वो ह प्यारी।
चईत अउ कुवांरे के राती आथे ये ह पारी पारी।
नरीयल भेला पान सुपारी लाली चुनरीयां चघा ले।
मोर गांव के……..
रसवंती महुआ हा फूले डारा लहुसे लहुसे जाये।
परसा फूले लाली लाली सेमरा फूले हे छतराये।
ये जिनगी के रददा मा कहे लगीन धराले। मोर गांव के….