रोये है बहोत तब जरा करार मिला है
इस जहा मे किसे सच्चा प्यार मिला है
गुजर रही जिंदगी इम्तेहान के दोर से
एक खतम हुआ तो दुसरा तैयार मिला है
मेरे दामन को खुशीयो का नही मलाल
गम का खजाना जो इसको बेसुमार मिला है
ओ कमनसिब है, जिन्हे महबूब मिल गया
मै खुशनसिब हु मुझे इनतजार मिला है!!!!