मै खुदा की नजरो मे..कैसे ना गुनाह्गार बनू

  मै खुदा की नजरो मे..कैसे ना गुनाह्गार बनू दोस्तो… के अब तो सजदो मे भी ..मुझे वो याद आने लगेँ है!! thumbnail 1 summary
मै खुदा की नजरो मे..कैसे ना
गुनाह्गार बनू दोस्तो…
के अब तो सजदो मे भी ..मुझे वो
याद आने लगेँ है!!