मोर जिनगी म गिरीस बिजली राख होगे मोर मया हर

  "बिजली गीरीस" मोर जिनगी म गिरीस बिजली राख होगे मोर मया हर बरसो पहेली करे रहेव मया मुरझा गिस गुलाब असन मया लहुट के फेर आना हे दुन... thumbnail 1 summary

 
"बिजली गीरीस"
मोर जिनगी म गिरीस बिजली
राख होगे मोर मया हर
बरसो पहेली करे रहेव मया
मुरझा गिस गुलाब असन मया
लहुट के फेर आना हे दुनिया म
फीर से चिराग जलाए पड़ही
जिहा खुसबु नई हेवय ना हे फुल
सीरीप काटा ही काटा हवय
ए काटा ल छोड़ दुर जाना पड़ही
तरसत हवय मन फुरसत म
तड़फत हे मन तोर सुरता म
एक बार हस दे मया हवय तव
कुतुममीनार ल देख लेहव
ऊमर भर तोर ले मया करहू
वापस आय के अगोरा करहू
तोर ले कसम हवय वादा नीभाहू